वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग, अद्वैत बोध शिविर
13 सितम्बर, २०१६
मुक्तेश्वर
प्रसंग:
कृष्णमूर्ति समझाते हैं जबकि बुल्लेशाह सिर्फ गाते क्यों है?
बुल्लेशाह को कैसे समझे?
क्या कृष्णमूर्ति और बुल्लेशाह दोनों अलग-अलग बातें करते हैं या दोनों का तत्व एक ही है?
मै कृष्णमूर्ति को आसानी से समझ पाता हूँ पर बुल्लेशाह को नहीं ऐसा क्यों ?
बाँसुरी संगीत: मिलन दाते